महिलाओं की सेक्स इच्छा में कमी क्यो होती है?

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  • बहुत सारे हसबेंड भी होते हैं जो इस विषय में अपनी वाइफ के ऊपर संदेह करते हैं और हसबैंड वाइफ के बीच में काफी तनाव भी रहता है। वैसे तो मैं एक महिला स्वास्थ्य विशेषज्ञ हूं फिर भी मैंने सोचा कि क्यों की इस विषय में आपके बहुत सारे सवाल हैं तो आज हम इस के बारे में बात करते हैं कि महिलाओं में सेक्स की इच्छा कम क्यों होती है और इसके लिए हमें क्या करना चाहिए। 


  • सेक्स की इच्छा कम होने को हम लाखों लिबिडो कहते हैं लेकिन लिबिडो या सेक्स की इच्छा कम होना दोनों महिलाओं और पुरुषों में हो सकता है। पर इस आर्टिकल में हम केवल महिलाओं नहीं इस परेशानी के कारण के बारे में बात करेंगे। सेक्स की इच्छा कम होने के बहुत से कारण हो सकते हैं। सबसे पहले ये हॉरमोन के कारण हो सकता है।


  • कई बार मानसिक स्थिति भावनाएं और आपसी संबंध भी इसके जिम्मेदार हो सकते हैं। सेक्स की इच्छा कम होने का कारण कुछ शारीरिक परिस्थितियां भी हो सकती हैं और आखिर में कुछ दवाईयां भी होती हैं जिनके सेवन के बाद महिलाओं में सेक्स की इच्छा कम हो सकती है। 


किया हॉरमोन है ज़िम्मेदार?


  • सबसे पहले हम हॉरमोन की बात करते हैं ताकि प्रकृति में महिला और पुरुष के शरीर को बहुत ही फर्क बनाया है। इसके साथ साथ जो महिला पुरुष के अंदर हॉर्मोन्स होते हैं उनपर भी फर्क होता है। अगर हम पुरुष की बात करते हैं तो पुरुष के अंदर टेस्टोस्टेरोन हार्मोन होता है और महिलाओं के अंदर एस्ट्रोजन और ब्रिजस्टोन हार्मोन होता है


  • जो टेस्टोस्टेरोन हार्मोन होता है ये सेक्स के इच्छा को बहुत तीव्र रखता है। एस्ट्रोजन भी सेक्स की इच्छा को बढ़ाकर रखते हैं पर टेस्टोस्टेरॉन की तुलना में ये कम रहती हैं। 


  • तो अगर हम कोई भी उम्र की महिला की तुलना एक पुरुष से करें चाहे वो महिला जो चाहे 20 साल की आयु 35 साल की हैं तो हमेशा ही महिला के अंदर जो सेक्स की इच्छा है वह उनके सेक्स के पार्टनर हैं। उनके एक मुकाबले में कम रहेगी। 


  • तो अगर जो महिला का हसबेंड नया सेक्स पार्टनर हैं वो इस हॉर्मोन के अंतर को अच्छे से समझ लें तो उनको ये बात समझ में आ जाएगी कि क्यों उनकी वाइफ या उनकी सेक्स पार्टनर हैं उनमें सेक्स की इच्छा कम है। 



हसबैंड और वाइफ का आपसी मामला


  • यहां पर मैं कहना चाहूंगा कि आपसी संबंध भी महिलाओं के अंदर सेक्स की इच्छा पर काफी प्रभाव डालते हैं। अगर हसबेंड और वाइफ के बीच के रिलेशन जो हैं वो सही नहीं हैं और आपस में लड़ाई होती रहती है तो इस कारण भी महिलाओं के अंदर परेशानी हो सकती है दिमागी स्ट्रेस हो सकता है जिसकी वजह से सेक्स के करने की इच्छा जो है वो कम रहेगी। अगर हज्बंड तंबाकू लेते हैं या स्मोक करते हैं या शराब पीते हैं तब भी महिलाओं को उनमें से घिन आती है जिस कारण सेक्स की इच्छा बहुत कम हो सकती है। 


  • और अगर आप जॉइंट फैमिली में रह रहे हैं तो आपके सास ससुर के साथ आपके परिवार वालों के साथ आपके संबंध अच्छे नहीं हैं और कुछ अनबन रहती है तब भी महिलाएं टेंशन में आ सकती हैं उदास रह सकती हैं परेशान रह सकती हैं और जिस कारणों के सेक्स की इच्छा जो वह स्वाभाविक रूप से उस समय कम रहेगी।


  • सेक्स की इच्छा कम होने का एक और भी कारण होता है जैसे देखा गया है कि हमारे देश में जो 90 प्रतिशत लोग हैं वो गांव में और छोटे शहरों में रहते हैं। यहां पर दो तरह की प्रॉब्लम होती है। एक यहां पर जो महिलाएं होती हैं जो लड़कियां होती हैं वो घबराती हैं और आपस में सेक्स या सेक्स संबंधित बातें नहीं करती हैं। 


माँ और बेटी के बीच के मामले


  • इसके साथ साथ महिलाओं में इसे माताएं और लड़कियों के बीच में भी ऐसा कोई रिश्ता नहीं होता है जिसमें मां अपनी बेटी को सेक्स के बारे में या उससे संबंधित कोई जानकारी देती हैं। तो जैसे अगर उस लड़की की शादी चाहे जैसे कम उम्र में आमतौर में गांव में और छोटे शहरों में हो जाती है तो लड़की को अपनी रिप्रोडक्टिव सिस्टम यानी प्रजनन प्रणाली के बारे में इतनी जानकारी नहीं होती है।


  • उन्हें सेक्स के बारे में भी कुछ पता नहीं होता है और स्कूलों में भी सेक्स एजुकेशन जो है वो कम ही रहता है तो अगर लड़की की शादी हो जाती है तो शादी होने के बाद वो घबराती हैं क्योंकि उनको इसकी जानकारी नहीं होती है इस समय भी उनके अंदर सेक्स की इच्छा जो होती है वो कम होती है।


इसके बाद हम इस परेशानी के और भी कारण के बारे में बात करेंगे। 


महिलाओं में सेक्स की इच्छा मेनोपॉज के बाद भी कम हो जाती है। मेनोपॉज क्या होता है।


  • जब महिला की उम्र जो होती है 45 से 50 साल के बीच में तो उनके पीरियड जो है रुक जाते हैं और इसे हम मेनोपॉज कहते हैं। मेनोपॉज के बाद जो महिला के अंदर हॉर्मोन्स होते हैं उसकी मात्रा बिल्कुल कम हो जाती है और इसके कारण शरीर में कुछ बदलाव आते हैं। किसी योनि के अंदर जो नमी होती है। योनि के अंदर जो गीलापन होता है वो कम हो जाता है तो इसे हम वेजाइनल ड्राईनेस कहते हैं। 


  • इस समय अगर महिला सेक्स करना चाहे भी और सेक्स करने की कोशिश भी करें तो उनकी जो योनि के अंदर जो सूखापन है उतना ज्यादा होता है कि उनको तेज दर्द और जलन होती है कि वो सेक्स नहीं कर पाती हैं और उनके अंदर सेक्स की इच्छा जो है वो कम हो जाती है। एक और स्थिति होती है और वो होती है डिलीवरी के बाद जैसे अभी। आपकी डिलीवरी हुई है तो उस समय भी महिलाओं के अंदर हॉर्मोन्स का इतना उथल पुथल होता है। 


  • महिलाएं भी कन्फ्यूज होती हैं शारीरिक तौर से मानसिक तौर से कि उनके अंदर सेक्स की इच्छा कम होती है तो इस समय पुरुषों को इस बात को समझना चाहिए और महिला को तकरीबन 6 से 8 हफ्ते का समय देना चाहिए ताकि वो शारीरिक और मानसिक रूप से अपने आपको फिट महसूस कर पाएं। डिलीवरी के बाद कभी उनके अंदर सेक्स करने की जो इच्छाएं को दोबारा से साथ हो सकती हैं।


महिलाओं के अंदर सेक्स की इच्छा कम होने का एक और भी कारण होता है और वो होता है सेक्स करते समय दर्द। 


  • अब सेक्स करते समय दर्द दो कारण की वजह से होता है पहला कारण होता है कि हो सकता है कि आपकी नई नई शादी हुई है और इस समय जब आप सेक्स करने की कोशिश करते हैं। जब हसबेंड चाहे वो लिंग को योनि के अंदर प्लेटेड करने का प्रयास करते हैं। पूरी लड़की जो होती जो महिला होती है वो अपने श्रोणि के मांस पेशियों को यानि लोअर पेल्विक मसल्स को इसको लेती है यानी कॉन्ट्रैक्ट कर लेती हैं तो इस समय अगर हसबेंड या सेक्स पार्टनर जो है वो लिंग को पंजीकृत करने का प्रयास करते हैं तो महिला को बहुत ज्यादा दर्द होती है और उनके अंदर सेक्स की इच्छा नहीं होती है। 


सेक्स की इच्छा सक्षम होने का एक और भी कारण होता है और वो होता योनि के अंदर इन्फेक्शन। 


  • कई लड़कियों को कई महिलाओं को अगर योनि में इन्फेक्शन होता है तब भी उनको सेक्स करने में दर्द होता है जिस कारण सेक्स करने की इच्छा भी कम हो जाती है। अब इस परेशानी का आखरी कारण क्या है इस परेशानी का एक और कारण होता है और वो होता कुछ ऐसी दवाईयां तो इस स्थिति को पैदा करती हैं जिसे कई बार हम लोग बहुत लंबे समय तक गर्भ निरोधक गोलियां लेते हैं तो उसके कारण भी आपके अंदर सेक्स की डिजायर कम हो सकती हैं।